हनीमून पर इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय में हुई। पत्नी सोनम रघुवंशी ने राज कुशवाहा के साथ सुपारी किलिंग की साजिश रची। गाजीपुर में गिरफ्तारी के बाद प्रेम प्रसंग का राज खुला। जानिए अपराध की पूरी कहानी।
पिछले दो हफ्तों से सोनम रघुवंशी की सलामती के लिए उसके घर परिवार वाले दुआएं मांग रहे थे, लेकिन अब वह सुरक्षित और जीवित लौट आई है। लेकिन उसने भरोसा खो दिया। सोनम ने शादी के बारहवें दिन सुपारी देकर अपने पति राजा रघुवंशी को मार डाला क्योंकि उसे किसी और से प्यार था। तो चलिए इंदौर से मेघालय और मेघालय से गाजीपुर की पूरी कहानी आपको बताते हैं।
वाराणसी-गाज़ीपुर नेशनल हाईवे पर स्थित एक ढाबा लगभग चौबीस घंटे खुला रहता है। 9 जून की रात 1 बजे एक लड़की अचानक ढाबे पर आती है। उसका हाल बुरा था। वह रोते हुए ढाबे के मालिक साहिल यादव को फोन करने की मांग करती है। Sahil उसे फोन करता है। उस लड़की ने अपने भाई को फोन किया। मेघालय पुलिस ने सोनम रघुवंशी को पिछले दो हफ्तों से खोज रहे थे. वह ढाबे पर बैठकर अपने भाई से फोन पर बात कर रही थी।
सोनम पर आरोप है कि उसने ही अपने पति को मार डाला है और रिश्ते में भरोसा तोड़ा है। इसलिए कहा जाता है कि सोनम जीवित लौट आई, लेकिन उम्मीद नहीं रही। इस भरोसे को तोड़ने वालों में सोनम भी एक है। विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद, राज कुशवाहा और पांचवा चेहरा सोनम
अब प्रश्न यह है कि इंदौर की सोनम रघुवंशी को पिछले 15 दिनों से मेघालय में खोजने के लिए अलग से खोज अभियान चलाया जा रहा है। 2 जून को, सोनम के पति राजा रघुवंशी की लाश चेरापूंजी की खाई से मिली। जो राजा और सोनम 23 मई से गायब थे। 9 जून की रात सोनम अचानक यूपी के गाजीपुर में एक ढाब तक कैसे पहुंची? सोनम का गिरफ्तार हुए चार लोगों से क्या संबंध है? और मेघालय पुलिस ने सोनम को क्यों गिरफ्तार किया?
तो कहानी का क्लाइमेक्स उतने ही अजीब है जितनी शुरुआत है। दरअसल, सोनम ने अपनी शादी के सिर्फ बारह दिन बाद अपने पति राजा रघुवंशी को सुपारी देकर मार डाला। हनीमून से 48 घंटे पहले, सोनम ने अपने पति राजा रघुवंशी को हमेशा के लिए बाहर निकालने की साजिश रची। हमने पहले ही बताया था कि पांच चेहरे राजा रघुवंशी के हैं, जिनमें प्रधान अक्यूज्ड यानिमेन कातिल है। डॉ. सोनम रघुवंशी
शादी के बारह दिन में सोनम एक दुल्हन से कातिल क्यों बनी? राज कुशवाहा राजा रघुवंशी के पांच कातिलो में से एक है। वही राज कुशवाहा, जो सोनम से प्यार करता था। यही राज कुशवाहा था जिसके साथ उसने अपने पति राजा रघुवंशी को मार डाला। राजा रघुवंशी की असली कहानी पिछले अक्टूबर में रामनवमी के दौरान शुरू होती है, जो शादी के ठीक 12 दिन बाद और हनीमून के दौरान 48 घंटे के अंदर हुआ था।
इंदौर के रघुवंशी बिरादरी में पिछले अक्टूबर में रामनवमी पर लड़का-लड़की की शादी के लिए पर्ची डाली जाती है। ये पर्ची राजा और सोनम के घरवालों ने डाली थी। इसके बाद राजा और सोनम का रिश्ता फरवरी में तय होता है। और फरवरी में ही रोका जाएगा। दोनों फिर 11 मई को शादी करते हैं। इसके बावजूद, सोनम के परिवार में कोई दूसरा था। राज कुशवाहा भी था। सोनम के पिता प्लाईवुड में काम करते हैं। राज इनका मैनेजर था।
उधर, ग्रैजुएशन करने के बाद सोनम अपने पिता के कारोबार में HR हेड बन गई। राज और सोनम को यहीं प्यार हुआ। सोनम को डर लगने के कारण घरवालों को ये बात नहीं बताई गई। और उन्होंने राजा रघुवंशी से शादी कर ली। लेकिन शादी से पहले ही राज और सोनम ने एक साजिश रची। शादी के बाद राजा रघुवंशी को इस तरह रास्ते से हटाया गया कि कोई शक न करे।
11 मई को सोनम और राजा की शादी होने के साथ ही राजा को बाहर निकालने की साजिश भी चल रही थी। राज कुशवाहा विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद से दोस्त था। उसने सोनम के साथ इन तीनों को मिलाकर राजा को रास्ते से निकालने की सुपारी दी। शादी के बाद, योजना थी कि राजा को किसी ऐसे स्थान पर ले जाया जाए जहां उसकी मौत को सिर्फ दुर्घटना की तरह देखा जाएगा। सोनम ने खुद इस योजना के तहत मेघालय को अपना हनीमून स्थान चुना। राजा मेघालय जाना नहीं चाहता था। लेकिन 18 मई को सोनम ने अचानक राजा को बताया कि उसने दो मेघालय टिकट बुक कर रखी हैं। सोनम ने वापसी की टिकट नहीं बुक की थी, जो अविश्वसनीय था।
राजा को मारने के अलावा, एक और साजिश थी कि उसके पास जो कुछ भी महत्वपूर्ण था, उसे लूट लिया जाए। राजा ने घरवालों को हनीमून पर जाने से पहले अपना महंगा चेन साथ लेकर गया। 20 मई को सोनम और राजा की फ्लाइट टिकट बुक की गई थी। लेकिन 17 मई को सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने तीनों सुपारी किलर विशाल, आकाश और आनंद को इंदौर से मेघालय भेजा। इन तीनों को राज कुशवाहा ने पचास हजार रुपये और एक मोबाइल दिया था। इंदौर से वे सड़क और ट्रेन से मेघालय पहुंचे।
21 मई को सोनम और राजा रघुवंशी भी गुवाहाटी से मेघालय पहुंचे। अब सोनम और राजा रघुवंशी जिस ईस्ट खासी हिल्स के चेरापूंजी क्षेत्र में रुके थे, वही आसपास थे। राज कुशवाहा ने तीनों को दिया गया मोबाइल सोनम लगातार प्रयोग करती थी। आखिरकार, तीनों सुपारी किलर को 23 मई को अवसर मिला। तीनों लोग सोनम ने बताया स्थान पर आते हैं और राजा रघुवंशी को सिर पर पेड काटने वाले तेजधार हथियार से पहले सिर के पिछले हिस्से पर और फिर सिर के अगले हिस्से पर वार करते हैं। राजा रघुवंशी की लाश को गहरी खाई में डाल देता है
तेजधार हथियार ने राजा रघुवंशी के सिर पर पहले सर के पिछले भाग पर और फिर सिर के अगले भाग पर वार किया। राजा रघुवंशी की लाश को गहरी खाई में डाल देते हैं। राजा रघुवंशी का मर्डर केस तीन राज्यों से जुड़ा है। साजिश उत्तर प्रदेश के इंदौर में हुई, हत्या मेघालय में हुई और मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया। हालाँकि हत्या मेघालय में हुई है, इसलिए मेघालय पुलिस जिम्मेदार है। गाजीपुर और इंदौर में मेघालय पुलिस की दो अलग-अलग टीमें पहुंचीं, जो पांचो आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय ले जा रही हैं। अब मेघालय की कोर्ट में आग की सारी कार्रवाई, पूछताछ और मुकदमे होंगे।
साथ ही N. K. Pandey, एक ज्योतिषी, आपको बताया जाएगा। सोनम के परिवार में एक ज्योतिषी हैं। इनकी दो भविष्यवाणी सच हो गईं या नहीं, बाकी लोग नहीं जानते। एक बात है कि इस घटना में एक महिला का हाथ है। यह बहुत अच्छा है। ज्योतिषी ने सही कहा कि किसी महिला का हाथ है। तब शायद इन ज्योतिषियों को भी पता नहीं था कि वह महिला अपने घर की सोनम थी। उन्हें लगता था कि सोनम लौट आएगी अगर उसके घर के बाहर एक उल्टी तस्वीर लगा दी जाएगी। कमाल है कि सोनम वास्तव में वापस आई। वह भी जीवित है। अफसोस है कि भरोसा खो गया है