ईरान और इजरायल लगातार मिसाइलों से हमले कर रहे हैं। तेल अवीव, हाइफा और पेटाह टिकवा में ईरानी हमलों में बहुत से लोग मारे गए और कई घायल हुए। 22 इजराइली लोगों ने अपनी जान खो दी है। साथ ही, इजराइली हमलों में मरने वाले ईरानी नागरिकों की संख्या करीब 224 हो गई है।
इजराइल और ईरान मंगलवार को इजरायल-इरान संघर्ष का पांचवां दिन था। सोमवार को दोनों देशों ने मिसाइलें दागी। तेल अवीव, हाइफा और पेटाह टिकवा में ईरानी हमलों में बहुत से लोग मारे गए और कई घायल हुए। इस दौरान बिजली संयंत्र सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को क्षति हुई। 22 इजराइली मर चुके हैं। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हमलों में करीब 224 लोग मर गए हैं। वहीं, इन सबके बीच, कुछ भारतीय विद्यार्थी युद्ध की वजह से विदेश में फंसे हुए हैं और उनके स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को मार डालना चाहा। उनका दावा था कि उनके कमरे की खिड़की से मिसाइल गिरी। उनकी प्रतिज्ञा है कि वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लक्ष्य बनाए रखेंगे। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने देश की एकता का आह्वान किया। ईरान के प्रधानमंत्री अयातुल्ला खामेनेई ने इजरायल पर आवासीय क्षेत्रों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए 'कड़ी सजा' की धमकी दी है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी कि तेहरान जल्द ही इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।